गोमेद रत्न – गोमेद राहू ग्रह का रत्न है । जिन व्यक्तियों की राशि अथवा लग्न वृषभ, मिथुन, कन्या, तुला अथवा कुंभ हो उन्हे गोमेद धारण करने से लाभ होता है । यदि राहु जन्म कुडली के प्रथम, चतुर्थ, सप्तम, नवम भाव में हो अथवा पंचम भाव में हो तो उन्हे गोमेद धारण करने से लाभ होता है । जिन लोगो की जन्म कुंडली में राहु धन भाव तथा लाभ भाव में स्थित हो तो उन्हे गोमेद धारण करने से अचानक धन लाभ के योग बनते है । इसके विपरीत यदि राहु छठवें, आठवें, बाहरवें भाव में स्थित हो तो उन्हे गोमेद धारण करने से हानि हो सकती है ।
गोमेद धारण करने से लाभ– ज्योतिष शास्त्र में राहू को छाया ग्रह माना गया है । जो लोग राजनीति करतें है इस क्षेत्र में जाना चाहते हैं उन्हे गोमेद अवष्य धारण करना चाहिए । गोमेद धारण करने से अचानक धन लाभ के योग बनते है । इसके अलावा जिन व्यक्तियों के बनते कार्य बिगडते हों, भूत प्रेत का भय हो, किसी ने काम बांध दिया हो तो ऐसे व्यक्तियों को गोमेद धारण करने से लाभ होता है ।
