किस ग्रह की खराबी से होता है डायबीटिज रोग, क्या है इसके लक्षण जाने क्या है ज्योतिष में इसका ईलाज-

डायबीटिज- मधुमेह अर्थात डायबीटिज (Sugar) यह रोग आजकल आम होता जा रहा है। पहले यह रोग अधिक आयु के बाद ही डायबिटीज जैसी बीमारियां हुआ करती थी। लेकर अब नुचित जीवन शैली और लाईफस्टाई के कारण कम उम्र बच्चें भी इसकी गिरफ्त में आते जा रहे है। मधुमेंह एक भयानक रोग होता है। यह व्यक्ति […]
ह्दय रोग:-

ह्र्दय रोग और ज्योितिष का संबंध – ज्योतिष मे ह्रदय रोग का विचार पंचम भाव पंचम भाव का स्वाोमी अर्थात पंचमेश, ह्रदय का कारक ग्रह सूर्य उसकी राशि सिंह से किया जाता है । यदि पंचम भाव, पंचमेश, सूर्य, सिंह राशि, सभी शनि, राहू व केतु के पाप प्रभाव मे हो तो ह्रदय रोग की […]
हस्त लिखित जन्म पत्रिका

जन्म पत्रिका ’’संजीवनी’’ जन्म पत्रिका ’’संजीवनी’’ पूर्णतःहस्त लिखित रहेगी । इसमे केवल गणित अर्थात लग्न कुंडली से महादशा के पृष्ठ साफ्टवेयर से लिए जायेंगे, किन्तु फलादेश पूर्ण हस्तलिखित रहेगा उसमे किसी भी प्रकार से साफ्टवेयर का उपयोग नहीं किया जाता है। मेरे 20 वर्षो के कठिन परिश्रम, गहरे अध्ययन एवं शोध का परिणाम है, जन्म […]
वास्तु

वास्तु शास्त्र वास्तु शास्त्र हमारे आस-पास की सकारात्मक शक्ति ( Positive Energy ) के संग्रहण की प्रक्रिया है, जिससे नकारात्मक शक्ति ( Negative Energy ) को प्रवेष नही करने देती है । आज के युग मे मनुष्य का जीवन भाग-दौड भरा हो गया है । उसके पास प्राकृतिक रूप से खुले में घुमने-फिरने का समय […]
माणिक्य-रत्न

माणिक्य- माणिक्य रत्न सूर्य ग्रह का रत्न है । अतः जिस व्यक्ति का जन्म मेष, सिंह तथा धनु लग्न में हुआ हो अथवा जन्म कुण्डली में सूर्य शुभ भावों का स्वामी हो अथवा शुभ भावों में स्थित हो, उसे माणिक्य पहनने से लाभ होता है । इसके विपरीत यदि सूर्य आठवें, बारवें भाव में स्थित […]
मोती-रत्न

मोती – मोती चन्द्रमा का रत्न है । चूंकि चन्द्रमा एक शुभ ग्रह होने से मोती को शुभ रत्न माना गया है । जिन व्यक्तियों का जन्म मेष, कर्क, वृश्चिक, मीन लग्न में हुआ हो अथवा जन्म कुण्डली में चन्द्रमा शुभ भावों का स्वामी हो अथवा शुभ भावों में स्थित हो, उसे मोती पहनने से […]
मूंगा- रत्न

मूंगा- मूंगा मंगल का रत्न है । जिन व्यक्तियों का जन्म मेष, कर्क, सिंह, वृश्चिक, धनु लग्न में हुआ हो अथवा जन्म कुंडली में मंगल शुभ भावों का स्वामी हो अथवा शुभ भावों में स्थित हो उसे मूंगा पहनने से लाभ होता है । इसके विपरीत यदि मंगल जन्म कुंडली में छठवें, आठवें और बारवें […]
पन्ना-रत्न

पन्ना- पन्ना बुध ग्रह का रत्न है । जिन व्यक्तियों का जन्म मिथुन, कन्या, तुला, सिंह, वृषभ, धनु, मकर, कुंभ तथा मीन लग्न में हुआ हो अथवा जन्म कुंडली में बुध शुभ भावों का स्वामी हो अथवा शुभ भावों में स्थित हो उसे पन्ना पहनने से लाभ होता है । इसके विपरीत यदि तुला, कुंभ […]
पुखराज रत्न

पुखराज रत्न – पुखराज गुरू का रत्न है । बृहस्पति देवताओं के गुरू होने के कारण अत्यन्त तेजस्वी ग्रह है । वैसे इस रत्न कोे धारण करने से अनिष्ट होने की संभावना नही होती, क्योंकि गुरू कभी भी किसी का अनिष्ट नही कर सकता । अतः यह रत्न कोई भी, किसी भी समय धारण कर […]
ओपल-रत्न

ओपल– ओपल शुक्र ग्रह का उपरत्न है । चूंकि शुक्र का रत्न हीरा है और प्रत्येक व्यक्ति उसे धारण करने की क्षमता नही रखता, ऐसे में आम व्यक्तियों के लिए शुक्र का रत्न ओपल कम किमत पर प्राप्त होकर सरलता से मिल जाता है । जिन व्यक्तियों का जन्म मिथुन, कन्या, तुला, वृषभ, मकर तथा […]